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Showing posts from December, 2020

विचारnama लेख ~1

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जाड़े का दिन सूरज ढ़ल रहा था, हल्की हल्की ठंडी हवा चल रही थी जिससे शरीर में उत्पन्न कप ~कपाहट चाह कर भी नहीं रोक पा रहे थे मैं और मेरा मित्र ढलती शाम के साथ घर की ओर चल रहे थे! ओये भाई तुझे सामने कुछ दिख रहा है "मित्र ने कहा" नहीं भाई कुछ खास तो नहीं जैसे तुम और मैं घर जा रहे हैं वैसे ही सब अपनी अपनी गंतव्य स्थान की ओर जा रहे हैं "मैंने कहा" अरे तू क्या पागल है देख तो सामने क्या है "मित्र ने कहा " भाई मुझे दिख रहा है सामने से दो किशोरावस्था में प्रवेशित लड़कियां आ रहीं हैं जिसमें एक लड़की पूरे वस्त्रों ढकी हुई और दूसरी लड़की अर्द्ध वस्त्रों से ढ़की हुई कप कपाते हुए दिसम्बर की कातिलाना सर्दी को ठेंगा दिखाते हुए अपने गंतव्य स्थान की ओर निरंतर बड़ रही है "मैंने कहा" सच में भाई तुम्हें कुछ देखने के बाद कुछ फर्क़ नहीं पड़ा, "मित्र ने कहा" भाई जहाँ तक है आप उसके वस्त्रों के ऊपर, उसके उघरे हुए अंग जो वस्त्रों से झाँक रहे है शायद आप उसके बारे में कल्पना कर रहे होंगे, स्त्रीत्व पर विचार करके उस लड़की पर मन ही मन लांछन लगा रहे ह...

रत्ती भर आखिरकार है क्या..?

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आमतौर पर भारतीय घरों में लोग एक मुहावरे का इस्तेमाल करते हैं :- ‘रत्ती भर’ । यह शब्द लगभग हर जगह कहीं न कहीं सुनने को मिलता है। आपने भी इस शब्द को बोला होगा और बहुत लोगों के जुबान से सुना भी होगा। कभी किसी पर गुस्सा आता है तो हम कह देते हैं कि तुम्हें – रत्ती भर भी शर्म नहीं आई? लेकिन क्या आपने कभी इस रत्ती का मतलब जानने की कोशिश किया है? आखिर यह शब्द आया कहां से, और इसका मतलब क्या होता है? बहुत बार हम रत्ती का मतलब- थोड़ा या ,कम समझ लेते हैं, लेकिन इसकी वास्तविक परिभाषा या, कहे तो यह वास्तविक रूप में यह बिल्कुल ही अलग है दरअसल यह एक पौधा होता है और इसमें दाने होते हैं- आपको यह जानकर बहुत ही हैरानी होगी कि यह एक प्रकार का पौधा है । रत्ती एक पौधा है, और रति के दाने काले और लाल रंग के होते हैं। यह बहुत आश्चर्य का विषय सबके लिए है। जब आप इसे छूने की कोशिश करेंगे तो यह आपको मोतियों की तरह कड़ा प्रतीत होगा और यह पक जाने के बाद पेड़ों से गिर जाता है। ज्यादातर आप इसे पहाड़ों में ही पाएंगे। रति के पौधे को आम भाषा में ‘गूंजा ‘ कहा जाता है। अगर आप इसके अंदर देखेंगे तो इसमें मटर जै...

562 रियासतों का खेल

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भारत के लौह पुरुष और देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की आज 70वीं पुण्यतिथि है। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा में हुआ था। उन्होंने अपनी आखिरी सांस 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में ली। देश की आजादी में सरदार पटेल का जितना योगदान था, उससे कहीं ज्यादा योगदान उन्होंने आजाद भारत को एक करने में दिया। 15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ, तब देश में छोटी-बड़ी 562 रियासतें थीं। इनमें से कई रियासतों ने तो आजाद रहने का ही फैसला कर लिया था, लेकिन सरदार पटेल ने इन सबको देश में मिलाया। आजादी के बाद जब हैदराबाद और जूनागढ़ ने भारत में मिलने से मना कर दिया। इसके पीछे पाकिस्तान और मोहम्मद अली जिन्ना की चाल थी, लेकिन हैदराबाद में सरदार पटेल ने सेना भेजकर वहां के निजाम का आत्मसमर्पण करवा लिया। वहीं, जूनागढ़ में जनता के विद्रोह से घबराकर वहां का नवाब भागकर पाकिस्तान चला गया। इसी तरह भोपाल के नवाब हमीदुल्ला खान ने भी शर्त रख दी कि वो या तो आजाद रहेंगे या पाकिस्तान में मिल जाएंगे। इसके बाद सरदार पटेल की वजह से ही भोपाल के नवाब ने हार मान ली। 1 जून 1949 को भोप...

उत्तर प्रदेश के झांसी में चल रही इलाहाबाद झांसी खंड स्नातक सीट के लिए मतगणना पूरी होने के बाद सपा प्रत्याशी मान सिंह यादव की बढ़त ने भाजपा के खेमे में हलचल पैदा कर दी।

उत्तर प्रदेश के झांसी में चल रही इलाहाबाद झांसी खंड स्नातक सीट के लिए मतगणना पूरी होने के बाद सपा प्रत्याशी मान सिंह यादव की बढ़त ने भाजपा के खेमे में हलचल पैदा कर दी। गिनती के दौरान भी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की बढ़त के बाद भाजपा के विधायक और कार्यकर्ता आक्रोश में आ गए मतगणना केंद्र पर पहुंचे। भाजपा के विधायक राजीव सिंह पारीछा और रवि शर्मा के साथ-साथ महानगर अध्यक्ष और पूर्व महानगर अध्यक्ष पुलिस से भिड़ गए। मतगणना केंद्र के बाहर धरने पर बैठे दोनों भाजपा विधायकों ने मतगणना अफसरों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गिनती में बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है। भाजपा प्रत्याशी यज्ञदत्त शर्मा के वोटों को अवैध करार दिया जा रहा है। जिसके चलते उनकी पार्टी का प्रत्याशी काफी पिछड़ गया है । भाजपा विधायक के समर्थकों के साथ जबरन मतगणना केंद्र में घुसने के बाद पुलिस और भाजपाइयों के बीच मारपीट हो गई। भाजपाइयों और पुलिस के बीच जमकर हुई मारपीट मारपीट की इस घटना में भाजपाइयों ने पुलिस की लाठी छीनकर पुलिस पर ही वार करना शुरू कर दिया। इस दौरान कई पुलिस अधिकारी जमीन पर गिर गए। वायरलेस सेट ...

chinese app फिर हुए इंडिया में बैन

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साल 2020 चाइनीज ऐप्स के लिए अच्छा नहीं रहा और भारत सरकार की ओर से सैकड़ों ऐप्स पर बैन लगाए जाने के चलते सभी को बड़े मार्केट शेयर का नुकसान हुआ है। अब सरकार की ओर से 43 अन्य चाइनीज ऐप्स को बैन करने का फैसला लिया गया है और बैन ऐप्स की लिस्ट में चीन के अलीबाबा ग्रुप से जुड़े कई ऐप्स और पॉप्युलर गेम्स तक शामिल हैं। सरकार ने सबसे पहले जून महीने में 59 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था और इसके बाद सितंबर में भी 118 ऐप्स को बैन किया गया था। इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐक्ट के सेक्शन 69A के तहत अब बैन किए गए 43 ऐप को भारतीय यूजर्स ऐक्सेस नहीं कर पाएंगे। केंद्र सरकार की ओर से शेयर किए गए ऑफिशल स्टेटमेंट में कहा गया है कि सरकार को ऐसे इनपुट्स मिले थे कि ये ऐप्स भारत की एकता और अखंडता, भारत की सुरक्षा, स्टेट सिक्यॉरिटी और पब्लिक ऑर्डर को नुकसान पहुंचाने वाली ऐक्टिविटीज में शामिल थे। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी की ओर से इन ऐप्स का ऐक्सेस भारतीय यूजर्स के लिए बंद करने के ऑर्डर्स दिए गए हैं। भारत सरकार इंडियन यूजर्स के डेटा की सेफ्टी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों...

चाइना का नया पैंतरा

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चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोनावायरस भारत में पैदा हुआ और तेज गर्मी के चलते तेजी से फैला। कोरोनावायरस को लेकर चीन अब नया पैंतरा आजमा रहा है। कोरोना फैलाने के लिए दुनियाभर में बदनाम होने के बाद चीनी वैज्ञानिक भारत पर आरोप लगा रहे हैं। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोरोनावायरस भारत में पैदा हुआ था। यहीं से वायरस पूरी दुनिया में फैला। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने चीनी दावे को फर्जी करार दिया है। ब्रिटेन के ग्‍लासगो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डेविड राबर्ट्सन ने कहा कि चीनी वैज्ञानिकों के इस दावे में कोई दम नहीं है। इस रिपोर्ट में कई तरह की खामियां हैं। इससे कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) से जुड़ी कोई नई बात पता नहीं चलती है। उधर, वायरस के सोर्स का पता लगाने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के वैज्ञानिक भी जांच कर रहे हैं। वैज्ञानिकों की एक टीम जल्द ही इसके लिए चीन जाने वाली है। चीनी वैज्ञानिकों ने क्या कहा? फिलोजेनेटिक एनालिसिस (वायरस के म्‍यूटेट होने का तरीका) से इसके कोरोना फैलाने के लिए जिम्...

आज के दिन मुंबई ठहर सी गई थी

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आज का इतिहास दौड़ती-भागती मुंबई जब ठहर सी गई थी, सहम सी गई थी; 60 घंटों तक चला था मौत का नंगा नाच 26 नवंबर 2008 की शाम। जब मुंबई हमेशा की तरह दौड़-भाग रही थी। तब उसे नहीं पता था कि 10 लोग हाथ में हथियार लेकर अरब सागर से होते हुए उस तक पहुंच रहे हैं। इन 10 आतंकियों के बैग में 10 एके-47, 10 पिस्टल, 80 ग्रेनेड, 2 हजार गोलियां, 24 मैगजीन, 10 मोबाइल फोन, विस्फोटक और टाइमर्स रखे थे। इतना सब मुंबई को घुटनों पर लाने के लिए काफी था। साथ में वो खाने के लिए बादाम और किशमिश भी लाए थे। उनके हैंडलर बार-बार उनसे कह रहे थे, 'तुम्हारे चेहरे पर चांद की तरह नूर दिखाई देगा। तुम्हारे शरीर से गुलाब की महक आएगी और तुम सीधे जन्नत जाओगे।' उस रात ठीक 8 बजकर 20 मिनट पर अजमल कसाब और उसके 9 साथियों ने मुंबई में कदम रखा। उनसे कहा गया था, 'तुम्हारा सबसे बड़ा हथियार है...उन्हें अचरज में डालना।' उन्हें सिखाया गया था कैसे टैक्सियों में टाइम बम लगाने हैं, ताकि वो पूरे शहर में थोड़ी-थोड़ी देर पर फटें। मुंबई उतरने के बाद आतंकी दो-दो के ग्रुप में बंट गए और अलग-अलग रास्तों पर चल पड़े। सबसे पह...