विचारnama लेख ~4 इन स्थानों में अर्द्ध नग्न औरतों को देखने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है क्यों...?

विचारnama लेख ~4 इन स्थानों में अर्द्ध नग्न औरतों को देखने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है क्यों...? 14 जनवरी.... मुद्दा विचारणीय है! वैसे कुछ दिनों सर्दी का तापमान कुछ खास नहीं था कहने का तात्पर्य यह है की सर्दी अधिक नहीं थी लेकिन कुछ घंटों के दरमियान मौसम का रुख बदल गया था अभी मैं सर्दी को चिड़ा रहा था अब सर्दी मुझे चिड़ाने लगी थी जैसे तैसे रात के बाद 14 जनवरी की सुबह की शुरुआत हुई अर्थात आज मकर संक्रांति का त्योहार है वैसे सनातन व्यवस्था मे सभी त्योहारों का एक अलग ही महत्व है जिसमें एक कॉमन है कि त्योहार कुछ भी हो आपको बड़े भोर नहा धोकर तैयार होना ही अब मैं इस नहाने की जंग से भी जीत गया था चटकती धूप में बैठे हुए मनु जी का उपन्यास वेंटिलेटर इश्क पढ रहे थे तभी पास में रखे फोन से वाइब्रेशन की आवाज आई वैसे ये कॉल हमारे निहत्थे झूठे मित्र राजा की थी जिनकी 100 बातों में से 4 पर ही भरोसा किया जा सकता है सर जी बाला जी चले क्या, " फोन के उस ओर से अबाज आई" हाँ चलो, " हमने भी हामी भर दी क्योंकि ...