अभी तो मिली हो मरने की बात क्यों करती हो l भाग :२
विचारनामा' के पहले भाग में आपने पढ़ा आयु किस तरह खुद को मजबूत बना के रखती है
कुछ वक़्त बात करते करते एजाज को भी आयु से बात करने में रूचि आने लगती है ना जाने कैसा खींचाव लगाव एजाज आयु से बात करने में महसूस करने लगता है
एक तरफ एजाज डर भी रहा होता है की अपने दिल की बात वो किस तरह से रखे। एक अजीब सी कसमकस उठ रही थीं एजाज के मन में लेकिन डर की वजह से वो कह भी नहीं पा रहा था इसी विचार को ध्यान में रखते हुए वो आगे अपने काम में व्यस्त हो जाता है
शाम को आयु का व्हाट्सअप स्टेटस लगा होता है जिसमे एक गाना होता है "मुश्कुराने की वजह तुम हो, गुनगुनाने की वजह " अमूमन लोग इसे अपने प्रेमी या प्रेमिका के लिए डालते है लेकिन आयु की सोच ना जाने कैसी थीं उसने ये गाना अपनी "soul" यानि की आत्मा के लिए लिखा था
इस गाने के निचे कुछ पंक्तियां लिखी हुईं थीं "the biggest reason for my smile is my memories, my thoughts, my pain, my hurdles, my motivation it is not a person it is my soul" ये कुछ बचपना सा लगता है ना
एजाज को भी कुछ समझ नहीं आया की आखिर बात क्या है कहना क्या चाहती है। दिल की धड़कनो को संभालते हुए आखिर एजाज पूछ ही लेता है की किसी की खुशी आत्मा कैसे हो सकती है आत्म को खुश करने के लिए तो हमे प्यार की जरूरत होती है तो आयु पूछती है जिंदगी में कभी pain, hurdles देखे है जवाब कुछ नहीं आता है आयु समझती है की मैं अपने दुःख में बहुत ख़ुश हूँ मैं दुसरो को खुश देखना चाहती हूँ अचनाक से ना जाने एजाज पूछता है और आपका क्या?
तो आयु कहती है मैं लोगो को खुश रखूंगी आप हमें रखियेगा तो एजाज बोलता है ठीक है
उसके बाद एजाज पूछता है की -"आयु तुमको कैसे खुश रखा जा सकता है "
आयु कहती है -"I am chocolate addicted ", ज़ब भी गुस्से में रहूं मैं , मुझे चॉकलेट दे देना
एजाज राजी हो जाता है कहता है कैसे दूंगा मैं तो बहुत दूर हूँ।
इसके बाद एजाज दिन भर से कह रहा होता है ज़ब फ्री हो जाओ तब बात करना आयु क्योंकि दिन में जब भी ऐजाज की whatsapp चैटिंग द्वारा बात होती तो रिप्लाई लेट आते तो ऐजाज ने कहा आओ आयु जब फ्री हो तब बात करना। रात क़रीब 10:30 पर आयु का मैसेज आता है है ज़ब रात में दोनों में बात होती है
एजाज कोई बात कहता है तो आयु कहती है हाँ मानुँगी तो एजाज कहता है तुम मेरी गुलाम नहीं हो गुलामी का मतलब दूसरा होता है लेकिन यंहा गुलामी का मतलब इश्क़ में गुलामी से है आयु समझ जाती है की एजाज के मन में उसके लिए फीलिंग्स है आयु कहती है की एजाज गुलामी उसकी की जाती है जिससे प्रेम हो एजाज हाँ बोलता है फिर एजाज बात को डर की वजह से पलट देता है
आयु समझ जाती है की बात कुछ और है और वो एजाज के मुँह से ही सुनना चाहती थी
रात के 11 बज चुके थे लेकिन एजाज कुछ भी कहने से डर रहा था वो कुछ भी नहीं कह रहा था
आयु ने कहा पता है एजाज हम गुलामी उसी की करते है जिससे प्रेम करते है
Indirectly एजाज ने कहने की कोशिश की और कहा," तुमको है
आयु ने कहा क्या है किससे है
एजाज ने बात को फिर से दूसरी ओर घुमा दिया
आयु अब हार मान रही थीं फिर एजाज ने कहा आयु सो जाओ रात हो गयी है बहुत , आयु ने कहा की आज आपकी पूरी बात सुनके ही सोयेंगे फिर इतना कहने पर एजाज मान जाता है
और सिर्फ इतना कहता है मैं तुम्हे पसंद करने लगा हूँ ये भी नहीं पता है की ये प्यार है की क्या है मुझे खुद नहीं पता है
ये चर्चा होते होते करीब 1:30 बज गया था , आयु अपनी जिद पर अड़ी थी ऐजाज अपने डर के तले दवे हुए थे
आयु ने फिर लिखा की जो अन्दर है उसे बाहर निकालो तो हम है ना तुम क्यों डरते हों , एक पल के लिए ऐसा लग रहा था जैसे टीचर बचपन में poem सिखाती थी और बोलती थी कोशिश करो बेटा मैं हू ना ऐसे ही आयु ऐजाज को समझा रही थी ऐजाज ने कहा ok ठीक है बोलता हूं
I really like you also love u इतना टाईप करके भेज दिया
ज़बाब में कुछ इमोजी आए और कुछ बिना मतलब के मैसेज ऐजाज को लग रहा था ये लड़की मज़ाक न बना दे मेरा ।
कुछ नोकझोंक के बाद ऐजाज ने कहा रिप्लाइ दो मेरी बात का ,आयु कहा हां
एजाज ने कहा ये हां क्या होता है पूर्ण ज़बाब दो
आयु ने तीन भाषाओं में ज़बाब दिए
I love you
मुझे तुमसे प्यार है
बांग्ला में Āmi tōmākē bhālōbāsi
कुछ प्यार वाले इमोजी एक दूसरे को भेज कर सोने चले गए क़रीब अब 2:30 am बज चुके थे
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धनयबाद ❤️
बीते हुए पलों और खुशनुमा यादों का पुनः दीदार कराने हेतु शुक्रिया.. वाक़ई लाजवाब!
ReplyDeleteधनयबाद सबका
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